भाग कोरोना, भाग

जनमानस  में फैला बवाल है,
कोरोना ने मचाया कैसा कोहराम है?
सूनी पड़ी हैं सभी गलियां,
गली-कूचे वीरान हैं।
हर ओर बेचैनी छाई,
हाय! ये विपदा कैसी आई।
हमने भी है मन में ठाना,
हार इससे न है मानना।
एकता की मिसाल भारत,
सुख-शांति की मसाल जलाएगा।
कायम रखेगा एक और ग्यारह की रीति कोरोना को दूर भगाएगा।

-कमल चन्द्र शुक्ल

Published by kamal shukla

जन्म स्थान- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश . इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.ए. एवं एम. ए. (हिंदी) , राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय से एम. ए. (शिक्षा शास्त्र), फरवरी 2000 से केन्द्रीय विद्यालय संगठन मे स्नातकोत्तर शिक्षक के पद पर कार्यरत।

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