मन की सोच

टकराव है पिछली सदी की सोच और नई पीढ़ी के अंतराल के सोच वाले जनों में आधुनिक समकालीन विचारों से पुरानी सत्ता, पूर्वजों के क्रियाकलापों पर कुछ भी न करने का तिरस्कृत इनाम देकर टोपी उछाल देने वालों से । बड़ा अफ़सोस एवं ग्लानि होती है भला क्या समंदर का पानी पी के यांत्रिक, कलContinue reading “मन की सोच”